बदलते भारत के साथ साथ हिमाचल भी प्रगति के शिखर की ओर बढ़ता जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में विकास की एक और नई इबारत लिखी गई जा चुकी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के द्वारा प्रदेश के सबसे लंबे पुल का लोकार्पण किया गया है। अकसर सरकारी कार्यों की लागत शिलान्यास से लोकार्पण तक पहुंचते दोगुनी या उससे भी ज्यादा हो जाती है, लेकिन यहां इससे उलट हुआ।
आपको बता दे कि स्वां नदी पर बनने वाले सबसे लंबे रामपुर-हरोली पुल का एस्टिमेट 56 करोड़ था, तथा इसके लिए धनराशि भी स्वीकृत हो गई थी। लेकिन इसे पौने दो साल में मात्र 33 करोड़ में ही बना दिया गया। ये प्रदेश मे पहली बार हुआ है जब किसी पुल को बनाने में प्रदेश सरकार के 23 करोड़ रुपये बच गए हैं। इस पुल की लंबाई 773. 30 मीटर है। इसके बनने से ऊना से हरोली की दूरी करीब आठ किलोमीटर कम हो गई है। पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही मार्च 2016 में इस पुल को बनाने का काम शुरू किया गया था।
इस पुल को बनाने के लिए सरकार ने 56 करोड़ स्वीकृत किए थे। यह पुल पहले से ही अपनी लंबाई के कारण चर्चा मे था इसी कारण प्रदेश की नई सरकार ने भी इसमें दिलचस्पी दिखाई। अब पुल बनने के बाद लोगों का समय और पैसा दोनों बचेगा। पुल पर वाहनों के साथ, पैदल चलने वालों के लिये भी दोनों ओर रास्ता बनाया गया है। स्वां नदी पर इस पुल के निर्माण से गांवों के लोगों को जरूर लाभ मिलेगा।
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November 06, 2018
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